सुबह की सूर्य के रोशनी के चमत्कारिक हेल्दी फायदे | Miraculous Healthy Benefits of Sunlight

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जीवन और सूर्य की रोशनी एक दुसरे के पूरक है. बिना सूर्य की रोशनी हम इस धरतीपर जिंदा नही रह सकते है. सूर्य की रोशनी हमे ही नही, बल्की पेड-पौधे के लिये भी जरुरत होती है. जब सूर्य की एक किरण धरतीपर पडती है, तब उनमे जान आती है. उनमे जीवन का संचार होता है. वह तेजीसे बढने लगते है. उन्हे फल-फुल उगने लगते है. पौधे पेडों मे बढने लगते है. सारांश मे कहां जाये तो, धरतीपर जीवन सूर्य के बिना जिना नामुकीन है.

दोस्तो, यही रोशनी हमे सही मात्रा मे हर रोज मिल जाये तो, हम बडी से बडी बिमारीयों को खत्म कर सकते है. जैसे हाय ब्लड प्रेशर, जोडो का दर्द, थायरोईड, डायबेटीज, स्कीन प्रोब्लेम्स, टेंशन, डिप्रेशन, हेडएक कुछ ही महिनों मे जड से खत्म कर सकते है. इतनी शक्ती सूर्य मे होती है. इसलिये हम उन्हे सूर्यनारायण, भास्कर जैसे दैवी नाम से जाणते है.

मेरा आप सभी को एक सुजाव है की, हम सबको इनडोर जनरेशन से बाहर आकर आउटडोर जनरेशन की तरफ जिना चाहिये. क्युंकी मां प्रकृतीने हमे सूर्य के बिना जिने के लिये बनाया ही नही है. हमे प्रकृती के सहवास मे रहना है. यही हमारे लिये सही है. आप जाणते है, सूर्य की रीशनी हमारे बॉडी के लिये कितनी जरुरी है. जब सूर्य की रोशनी हमारे शरीर पर पडती है, तब हमारे टिशू और सेल्स मे जान आती है. हमारी बॉडी हर प्रकार के बिमारीयों से लढणे ले लिये तयार रहती है.

शायद आप जाणते हो, नार्वे, डेन्मार्क जैसे कम रोशनी के देशों मे लोग डिप्रेशन मे रहते है. कुछ लोग डिप्रेशन मे खुद्खुशी भी करते है. यहा ऐसा क्यू होता है? क्युंकी उन्हे सूर्य की रोशनी नही मिलती है. सूर्य की रोशनी ना मिलने से उनमे कही भौतिक बदल होते है. उसमे उनका दिमाक बिलकुल काम नही करता है. उनके शरीर के अंदर टिशू और शेल्स काम नही करते है. इस वजह से उनका दिमाक बिमार पडता है. वह सही डिसिजन लेने मे सक्षम नही होते है. फलस्वरूप उनका जीवन सूर्य के रोशनी के बिना अंधेरे मे डूबसा गया हो ऐसा महसूस होता है.

दोस्तो, सूर्य की उर्जा हमारे जीवन का प्रायमरी सोर्स है. और हम जो खाना खाते है, वह सेकंडरी सोर्स है. हमारे खाने मे सूर्य की उर्जा होती है. जब हम खाना खाते है, तब उसमे स्थित उर्जा हमारे पेट मे जाती है और हमारे शरीर को जीवन देती है. इस प्रक्रिया को ध्यान मे रखकर हमे अधिक से अधिक प्रायमरी सोर्स को ग्रहण करना चाहिये. क्युंकी इस उर्जा के बिना हम जिंदा नही रह सकते है.
 
अब हम सूर्य के रोशनी के फायदे क्या है? यह जाणते है. इस बारे मे सभी को जाणना बहुत जरुरी है, क्युंकी अधिकांश लोगोंको सूर्य के फायदे क्या है? और उसके फायदे कैसे लेने है? इस बारे मे अनजान है.

सुबह की सूर्य के रोशनी के चमत्कारिक हेल्दी फायदे


सूर्य की रोशनी के फायदे - Benefits of Sunlight


1) विटामिन डी का प्रमुख स्रोत

आपको पता ही होगा, सूर्य विटामिन डी का प्रमुख स्रोत है. इससे हमारी हड्डियों मजबूत होती है. साथ ही हमारा इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनता है. शरीर की स्कीन हेल्दी रखने के लिये विटामिन डी  की आवश्यकता होती है.

2) डिप्रेशन की समस्या खत्म होती है `

डिप्रेशन एक मानसिक बिमारी है. ये बिमारी सूर्य की रोशनी न मिलणे से अधिक बढती है. डेन्मार्क , नार्वे जैसे देशों मे सुरज की कम रोशनी के वजह से वहाके लोग डिप्रेशन मे चले जाते है. कही कही लोग डिप्रेशन मे खुद्खुशी भी करते है. और यह सब सूर्य की रोशनी न मिळणे से होती है. अगर सही समय पर, सही मात्रा मे सूर्य की रोशनी हमे हर रोज मिल जाती है, तो हम शरीर की अधिकांश बिमारोयों को खत्म कर सकते है.

3) कैंसर को रोख लगा सकते है

सूर्य की रोशनी से मिलणे वाला विटामिन डी के कमी के कारण कही बिमारीयां जन्म लेती है. उसमे एक कैंसर है. एक रिसर्च मे देखा गया है की, विटामिन डी के कमी के कारण कोलोरेक्टल कैंसर बढने की जोखीम बढ जाती है. इसपर सूर्य की रोशनी रामबाण उपाय काम करती है.

4) स्कीन के लिये फायदे

सूर्य के रोशनी से स्कीन की बडी से बडी बिमारीयां खत्म किया जा सकता है. प्राचीन काल मे युद्ध के दौरान जख्मी सैनिकोंपर इलाज करने के लिये सूर्य की रोशनी मे उन्हे स्नान करने के लिये रखते थे. इससे धीरे धीरे जख्म बरी हो जाती थी. यह प्रक्रिया हर रोज की जाती थी.

5) रक्त परिसंचरण सही मात्रा बढती है 

सुबह की रोशनी के प्रभाव से शरीर के अंदर रक्त परिसंचरण बढता है. खून के अंदर रोशनी जाने से, गंदगी बाहर निकलती है. इससे खून स्वच्छ और शुद्द होता है. स्वच्छ और शुद्द खून शरीर को हेल्दी महसूस करता है.

6) मन खुश रहता है

सूर्य की रोशनी एक प्राकृतिक मेडिसिन है. इसे सही मात्रा मे लेने से मन को खुश करने वाली उर्जा प्रवाहित होती है. मन सकारात्मक उर्जा से भर जाता है. गलत विचार नष्ट होते है. प्यार की शक्ती बढती है. 

7) आखों की दृष्टी बढ जायेगी

हमारी आंखे हमारी ब्रेन का हिस्सा होती है. इस वजह से जब हम सूर्य की रोशनी लेते है, तब सूर्य की रोशनी हमारे आंखों के द्वारा ब्रेन तक पहुंचती है.  इससे आंखे तेज होती है. आंखो की सक्रियता बढती है.

8) ब्रेन सक्रिय होता है 

इस प्रक्रिया मे, आंखों से रोशनी ब्रेन तक 
पहुंचती है, उससे ब्रेन  सक्रिय हो जाता है. जहा हम ब्रेन का उपयोग 2 से 3 % करते आ रहे है, उसकी गती बढ जाती है.   

अब हमने सूर्य की रोशनी के फायदे जान लिये. लेकीन यह फायदे तभी मिल सकते है, जब उन्हे सही तरीके से उपयोग करते है. इसलिये हम पहले 
 सूर्य की रोशनी कब और कैसे लेना है? इस बारे मे जाणते, ताकी हमे इसके फायदे मिल सके.

सूर्य की रोशनी लेने का सही समय  

सूर्य की रोशनी विटामिन डी मुख्य स्त्रोत है. इससे कही बिमारीयां खत्म होती है. किंतु सूर्य की रोशनी लेने का एक तरीका है. तभी इसके फायदे मिल सकते है. अधिक मात्रा मे सूर्य की रोशनी ग्रहण करना, हमारे शरीर के लिये नुकसान होणा संभव है.

विश्व स्वास्थ्य रिसर्च संगठन के एक रिपोर्ट के अनुसार सूर्य की रोशनी लेने का एक समय होता है. उसी समय सूर्य की रोशनी का लाभ मिलता है. इस रिपोर्ट के अनुसार सूर्य की रोशनी सुबह 10 बजे के पहले और शाम 4.30 के बाद लेनी चाहिये, ऐसा कहां है. इस समय रोशनी हलकी और बहुत नरम आल्हाददायक होती है. इस रोशनी से शरीर को बहुत फायदे मिलते है. ब्लड प्रेशर सही दिशा मे बढता है. शरीर मे नई उर्जा का संचार होता है.

सूर्य की रोशनी कौनसी जगह ले 

सूर्य की रोशनी खुली जगह ले. हो सके तो गार्डन मे सूर्य की रोशनी ले. घर के पास गार्डन नही हुआ तो, खुले घर के रूम के अंदर, छत, बीच ऐसे जगह भी रोशनी ले सकते है. ध्यान रखे जैसे जैसे रोशनी तेज होती जाती है, उस समय रोशनी लेना बंद करे. ऐसा करना, शरीर को नुकसान हो सकता है. 

दोस्तो सूर्य हमारी जैविक आवश्यकता ( Biological need ) है. इसका सही इस्तेमाल हमे करना आणा चाहिये. क्युंकी सूर्य के चमत्कारिक हेल्दी फायदे हमारे शरीर को स्वस्थ बनाते है. साथ ही इसे प्राप्त करने के लिये हमे किसी प्रकार का खर्च भी नही करना पडता है. इसलिये हमे जितना हो सके, सूर्य के रोशनी का फायदा लेना चाहिये.

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