मिट्ठी के बर्तन में खाना क्यों पकाना चाहिए? मिट्टी के बर्तन मे खाना पकाने के हेल्दी फायदे

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हजारों साल से लोग खाना मिट्टी के बर्तन मे बना रहे थे. वह खाना भी प्रकृती से ही प्राप्त करते थे. उनके भोजन मे किसी प्रकार की मिलावट नही थी. इसलिये वह अपना जीवन अच्छेसे बिता रहे थे. ना कोही बिमारी और ना कोही वायरस. सबकुछ कैसे प्रकृतीके हिसाब से. मुझे लगता है, उन्होने आज जैसे खतरनाक बिमारीयों का नाम भी सुना नही होगा. डायबेटीस, कैंसर जैसे बिमारीयां उन्हे होणा तो बहुत दूर की बात है. और यह सब सिर्फ प्रकृतीसे जुडणे से हुआ था.

लेकीन जैसे जैसे समय बितता चला. वैसे लोगोंके जीवन मे बदलाव होणे लगे. जहा लोग मिट्टी के बर्तन मे खाना बनाके खुश थे, वहा आज लोग मिट्टी के बर्तन मे खाना बनाना गरिबी का लक्षण मानने लगे है. लेकीन उन्हे अल्युमीनियम (Aluminium ) जैसे खतरनाक विषारी बर्तानों का उपयोग करने मे कोही गरिबी दिखती नही. पता नही ऐसी दुर्बुद्धी उन्हे कैसी सुझी होगी.

शायद आपको पता हो. अल्युमीनियम (Aluminium ) विषारी तत्वों से बना हुआ है. जब हम उसमे खाना बनाते है, तब भोजन मे उसके कुछ् गुण मिक्स होते है, जो हमारे शरीर के लिये बहुत हानिकारक होते है. आगे जाकर कैंसर होणे की संभावना अधिक होती है.

दुसरी बात, जब हम अल्युमीनियम (Aluminium ) बर्तन मे खाना बनाते है, तब उसमे सभी प्रोटीन्स जलकर राख होते है. उससे हमे उस भोजन से कुछ फायदा नही मिलता. एक रिसर्च के अनुसार अल्युमीनियम जैसे बर्तनों मे खाना बनाने से 13% प्रोटीन्स ही बच पाते है. और बाकी 87% जलकर राख होते है. अब आप ही सोचकर निर्णय लेजीये की, खाना किस बर्तन मे पकाना चाहिये?

दोस्तो हम अब मिट्ठी के बर्तन में खाना क्यों पकाने चाहिए? और मिट्टी के बर्तन मे बनाने के फायदे क्या है? इस बारे मे जाणते है.

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मिट्ठी के बर्तन में खाना क्यों पकाने चाहिए? मिट्टी के बर्तन मे खाना बनाने के फायदे क्या है?

मिट्टी के बर्तन सर्वत: हमे प्रकृतीसे प्राप्त होता है. मिट्टी मे कही ऐसे गुण होते है, जो हमारे शरीर के लिये आवश्यक होते है. और जब हम मिट्टी के बर्तन मे खाना बनाते है, तब भोजन मे वह गुण मिक्स होते है. जो हमारे शरीर को बहुत फायदा देते है. दुसरा महत्वपूर्ण कारण है, मिट्टी के बर्तन मे छोटे छोटे छेद होते है. उससे गर्मी बाहर निकल जाती है. जीससे अंदर तापमान कम रहतां है. उससे भोजन मे 100% प्रोटीन्स जैसे होते है, वैसे ही रह जाते है.


दोस्तो, अब हम मिट्टी के बर्तनों मे खाना कैसे पकाना चाहिये? इसकी प्रोसेस पता करते है. क्युंकी अधिकांश लोगोंको मिट्टी का बर्तन घर लाने के बाद, उसे कैसे उपयोग मे लाना है? और उसमे खाना कैसे पकाना है? इससे अंजान है. इस बारे मे हम पुरी जानकारी लेते है.

मिट्टी के बर्तनों मे खाना कैसे पकाना चाहिये?  

मिट्टी के बर्तन को उपयोग मे लाना जरा कठीण होता है. इनसे बनी बर्तनों को जरा सावधानी से सँभालना चाहिये.

इन्हे उपयोग मे कैसे लाना इसकी जरुरी टिप्स समजते है.

1) मिट्टी के बर्तन को जब घर लाते है, तब तुरंत खाना बनाने के लिये मत रखे. पहले उसे 24 घंटे के लिये पानी मे डालकर रखे. 24 घंटे होणे के बाद, उसे धूप सूखनेके लिये रखे. पूर्णतः सूखने के बाद उसे भोजन के लिये उपयोग करे 

2) मिट्टी के बर्तन मे भोजन पकाते समय धीमी आच या मिडीयम आच पर पकाये. 

3) भोजन पकाने के बाद बर्तन को थंडे जगह ना रखे. आप उस बर्तन को  किसी मोटाई कपडे पर रखे.

4)  बाज़ार से बर्तन खरीदने से पहले, अच्छे क्वालिटी की जाचं कर ले.

मिट्टी के बर्तनों को साफ कैसे करे?

मिट्टी के बर्तन साफ करने के लिये इतनी मेहनत नही लेनी पडती. बस.. थोडासा ध्यान देणा पडता है.

जब आप बिना तेल का खाना पकाते है, तब आपको सिर्फ गरम पानी से धोकर रखे, बाद मे उसे सूखने के लिये रखे.

जब आप तेल वाला खाना बनाते है, तब आपको निंबू, नमक, बेकिंग सोडा इसमे एक का उपयोग अवश्य करे. ध्यान रखे बिलकुल भी साबून का इस्तेमाल ना करे. साबून का इस्तेमाल करने से, मिट्टी का बर्तन साबून सोक लेता है, जीससे वह हानिकारक तत्वों हमारे पेट मे जाने की संभावना अधिक होती है.

यदी आप छुट्टीयों के लिये बाहर जा रहे है, तब आपको मिट्टी के बर्तेने धूप मे अच्छी तरह सूखने के बाद ही अंदर रखने है. वरना नमी कारण इसमे फंगस लगने की संभावना अधिक रहती है.    


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