हम गांव में शांतिपूर्ण और स्वस्थ जीवन क्यों जीते हैं?

SD &  Admin
0

 गांव मतलब प्राकृतिक विचारधारा का समूह. यहा सबकुछ प्रकृतीके नियमके अनुसार चलता है. लोग अपना पुरा समय प्रकृती मे ही बिताते है. इसलिये उन्हे प्रकृती भी स्वस्थ जीवन प्रदान करती है.

"मेरा बचपन गाँव में बीता. लेकिन पढ़ाई के बाद मुझे मजबूरन शहर आना पड़ा. और आज भी शहरों मे शांती की तलास मे हु. लेकीन गांव मे बहुत सुकून था. प्रकृती मे रहने का मजा ही कुछ ओर है. समय कैसे बीत जाता है, इसका पता ही नही चलता."

" आज मै हमेशा सोचता रहता हु कि जब मै गांव जाऊंगा, तब बाग बगीचा मे काम करुंगा. पेड-पौधे लगाउंगा. उसमे मेरा एक सुंदर घर होगा. घर के आसपास सुंदर सुंदर फल-फुल होंगे. चारों ओर फुलोंकी खुशबू होगी. और आस पास सिर्फ अच्छे लोग होंगे. लेकीन पता नही, ये सपना पुरा होगा भी नही. हमेशा पैसा पहले प्राथमिकता बनती है. और मेरा यह सपना, सपना ही बनकर रह जाता है."

"लेकीन कुछ भी हो साल मे जब भी समय मिलता है, तब मै प्रकृति का साथ रहणे के लिये चला आता हु. समय थोडा मिलता है, लेकीन उनमे मै संतुष्टि मानता हु."

"अगर आपको प्रकृति के साथ रहने का मौका मिले तो इस अवसर को जरूर मत छोड़ें. अनुभव बहुत बडिया और स्वर्ग के समान होता है. प्रकृती के बेहतरीन अविश्कारोंको आप नजदीक से देख सकते हो. यहा आने के बाद आप खुद को भूल जायेंगे. वाफस शहर जाने का मन नही होगा."

यहा मै कुछ गांव याने प्रकृती मे रहणे के बाद शांती और लाभ कीस प्रकार मिलते है. इस बारे मे आपको बता देणा चाहता हु.

हम गांव में शांतिपूर्ण और स्वस्थ जीवन क्यों जीते हैं?

गांव / प्रकृती के साथ समय बिताने के बेहतरीन लाभ 

1. शांति और सुकून

ग्रामीण जीवन में शहरों की तुलना में शांति और सुकून अधिक होता है. मानाकी शहरों मे धन दौलत अधिक मिलती है. लेकीन वह गांव की शांती और सुकून के साथ बराबरी नही कर सकती. यहाँ शोर-शराबा और यातायात का हंगामा नहीं होता, जिससे मानसिक शांति मिलती है.

2. प्राकृतिक वातावरण


गांवों में प्रकृति के करीब रहने का मौका मिलता है. ताजी हवा, हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद होती है.

3. सामाजिक जुड़ाव

गांवों में लोग एक-दूसरे से जुड़े होते हैं. पड़ोसियों के बीच प्रेम और सहयोग की भावना होती है, जिससे सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं.

4. सादा जीवन और उच्च विचार

ग्रामीण जीवन सरल और सादा होता है. यहाँ भौतिक चीजों की बजाय नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों पर अधिक ध्यान दिया जाता है.


5. खाद्य सुरक्षा और शुद्ध आहार

गांवों में लोग अपना खाना खुद उगाते हैं, जिससे उन्हें शुद्ध और ताजा भोजन मिलता है. जैविक खेती से स्वास्थ्य बेहतर रहता है और बीमारियां कम होती हैं.

6. कम तनाव और जीवनशैली की सादगी

ग्रामीण जीवन में कम प्रतिस्पर्धा और कम तनाव होता है. यहाँ की दिनचर्या धीमी गति से चलती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है.

7. पारंपरिक और सांस्कृतिक जड़ें

गांवों में लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहते हैं. त्योहार, रीति-रिवाज और सामूहिक गतिविधियां जीवन में आनंद लाती हैं.

8. स्वास्थ्य और व्यायाम के अवसर

ग्रामीण क्षेत्रों में शारीरिक काम अधिक होता है, जैसे खेती, पशुपालन, आदि. इससे यहा का लोगोंका हररोज व्यायाम बन जाता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है.

9. पर्यावरण संरक्षण

गांवों में जीवन पर्यावरण के अनुकूल होता है. यहाँ कचरा कम उत्पन्न होता है, और संसाधनों का उपयोग अधिक सतर्कता से किया जाता है.

10. आर्थिक लाभ

गांवों में जीवन जिने के लिये लागत / पैसा  कम खर्च होता है. किराया, भोजन और अन्य खर्चे शहरों की तुलना में किफायती होते हैं.

11. आत्मनिर्भरता

गांव के लोग अधिकतर आत्मनिर्भर होते हैं. वे अपने दैनिक जीवन की अधिकांश जरूरतों को खुद पूरा कर लेते हैं, जैसे कि घर में बना खाना, घरेलू सामान और खेती के लिए उपकरण.


सरल ग्रामीण जीवन न केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक जड़ों को भी मजबूत करता है. यह जीवन हमें सिखाता है कि सादगी में भी आनंद और संतोष पाया जा सकता है.

प्रकृति के साथ सरल जीवन जीना हमारे जीवन में संतुलन और शांति लाने का सबसे सुंदर तरीका है. यहाँ प्रकृति के साथ सरल जीवन जीने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजें क्या है, इसबारे मे समजते है.

प्रकृति मे सरल जीवन कैसे जियें ?

1. प्रकृति से जुड़ाव बनाए रखें

रोज़ाना कुछ समय प्रकृति के बीच बिताएं, जैसे बगीचे में, जंगल में या नदी किनारे.

सुबह जल्दी उठें और सूरज की पहली किरणों का आनंद लें.

2. जैविक और प्राकृतिक भोजन अपनाएं

अपने भोजन में ताजे फल, सब्जियां, और अनाज शामिल करें.

यदि संभव हो तो अपना खाना खुद उगाने की कोशिश करें, जैसे घर में छोटी किचन गार्डन बनाएं.

3. सादा जीवन, उच्च विचार

अनावश्यक भौतिक चीजों से दूरी बनाएं और केवल आवश्यक चीजों का ही उपयोग करें.

दिखावे और फिजूलखर्ची से बचें.

4. प्राकृतिक संसाधनों का सम्मान करें

पानी, बिजली और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का सावधानी से उपयोग करें.

पुनर्चक्रण (Recycling) और कचरे को कम करने की आदत डालें.

5. योग और ध्यान का अभ्यास करें

रोजाना योग और ध्यान करें. यह आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखेगा.

प्राणायाम का अभ्यास करें, जो आपको प्रकृति के साथ जोड़ने में मदद करेगा.


6. सरल और पारंपरिक वस्त्र पहनें

प्राकृतिक कपड़े जैसे सूती, खादी पहनें, जो पर्यावरण के अनुकूल और आरामदायक होते हैं.

फालतू और भव्य फैशन से बचें.

7. प्राकृतिक परिवहन का उपयोग करें

साइकिल चलाएं या पैदल चलें, जहाँ संभव हो. यह न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है.

सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करें.

8. प्राकृतिक गतिविधियों में शामिल हों

बागवानी, खेती, या वृक्षारोपण जैसी गतिविधियों का हिस्सा बनें.

सप्ताहांत पर ट्रेकिंग, या प्रकृति की सैर करें.

9. डिजिटल डिटॉक्स करें

अनावश्यक समय मोबाईल , टीवी पर बिताने से बचें और प्रकृति में समय बिताएं.

हर दिन कुछ घंटे डिजिटल उपकरणों से दूर रहने का प्रयास करें.

10. सामुदायिक भावना विकसित करें

अपने आस-पास के लोगों के साथ जुड़ें और सामूहिक रूप से पर्यावरण संरक्षण में योगदान करें.


महत्वपूर्ण संदेश

प्रकृति के साथ सरल जीवन जीने का मतलब है कि, हम अपनी जरूरतों को कम करें, प्राकृतिक चीजों के साथ सामंजस्य बनाएं, और अधिक से अधिक पर्यावरण के करीब रहें. यह जीवनशैली न केवल हमें खुशहाल और स्वस्थ बनाती है, बल्कि धरती को भी सुरक्षित रखने में मदद करती है.


      

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!