नमस्कार.. आपको घबराने की कोशिश नही कर रहा हु, लेकीन WHO का यह रीपोर्ट आपको जरूर सोचने के लिये मजबूर करेगा. उनके रीपोर्ट मे यह लिखा है की, भारत मे भेसळ मिलावट के वजह से 2025 तक 87% लोगोंको कैंसर हो जायेगा. यह सुनकर कही लोग घबराये होंगे, तो कही सोचते हुये उसके कारण को पता कर रहे होंगे.
दोस्तों यह सब हमारे करनी का फल है. हम लोग खुद के सेहत के बारे मे सोचते ही नही है. जैसे मिलता है, वैसे खाणे का.. यही हमारी रोजकी लाइफ स्टाईल होती है. कभी हम अपने बॉडी को क्या चाहिये? इस बारे मे सोचते नही है. बस जीभ को जो पसंद है, इसलिये खा लिया. जिंदगी का क्या भारौसा. इसलिये जिंदगी का मजा लो. बाद मे जो होगा देखा जायेगा. यही कहावतसे हम आगे बढते है और जिंदगी के मुख्य प्रवाह मे रोगी जीवन जीते है और यहासे चल बसते है.
दोस्तो.. ईश्वरने हमे जीवन दिया है, उसका एक उद्देश है. उसे ऐसे ही बरबाद मत करो. अपने जीवन को प्यार और हेल्दी जिना आना चाहिये. हमेशा मन मे शांती और पिडाविरहित जीना महसूस होना चाहिये. तभी आप एक बेहतर और सुखभरा जीवन जी सकते है.
ऐसा जीवन तभी संभव है, जब आप अपने लाइफ स्टाईल को एक सही दिशा देंगे. सिर्फ Weight Loss Diet Food खाने से हेल्दी जीवन नही जी सकते. अगर आपको बिना बिमारी के जीवन जीना है, तो खुद के लाइफ स्टाईल के बारे मे अंदर से सोचना होगा.
आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से ऐसे Weight Loss Diet Plan के बारे बताने वाले है, जीससे आप कौनसी भी बिमारी भगा सकते है. और आज हजारो-लाखो लोग इस सस्ते और 100% कारगार Diet Plan को फॉलो करके अपने जीवन को बेहतर बना रहे है. मेरे माननसे यह कोही डायट प्लान नही है बल्की यह यह हमारे जीवन का आहार लेने का सही तरीका है. और इसे बेहतर करना आप पार निर्भर है.
दोस्तो.. हमारे सभी बिमारी की जड है, हमारा पेट, जो हमेशा गंदा होता है. ऐसी गंदगी पेट मे भरकर हम कभी सूखभरी जिंदगी नही जी सकते. इसलिये पहले हमारे पेट को साफ होना जरुरी है.
मां प्रकृतीने हमे खाणे के नियम निर्धारित किये है. लेकीन हम उस नियम को अनदेखा करते है. और असली जीवन से अलग होते है. ऐसा आपको नही करना है. मां प्रकृतीने जो भी निर्माण किया है, वह सब हमारे भलाई के लिये किया है. उसे बदला न करे.
आगे बढनेसे पहले हमे मां प्रकृतीने खाना कैसा होना चाहिये ? इस बारे मे बताया है. इसे पहले जाणते है. उसके बाद Diet Plan के बारे मे विस्तार से जाणते है.
1. जीवित भोजन खाओ - Eat Living Food
मां प्रकृतीका कहना है की, हमे जीवित भोजन खाना चाहिये. मतलब हमे ऐसा भोजन खाना चाहिये, जीसमे जीवन देणी की क्षमता हो. ना की मृत भोजन को खाना चाहिये.
जैसे हमे फ्रुट, सब्जीया, अनाज इनका सेवन हररोज करना चाहिये. ना की चिकन, मांस, कंपनीसे बने प्रोसेसिंग प्रोडक्ट्स, जैसे स्नैक्स, बिस्किट्स, बर्गर, पिझ्झा ई. इनमे जीवन देणे की क्षमता नही होती है. यह सब मरा हुआ खाना है. इनसे हमे जीवन नही मिलता है. लेकीन फ्रुट, सब्जीया इनके बीज को हम जब जमीन मे बोते है, तब उससे पौधा जन्म लेता है. मतलब हम यह खाना खाते है, उसमे जीवन देणे की क्षमता है. और इससे हमारे शरीर को लाभ मिलता है. हमारा शरीर हेल्दी बनता है. इससे हमे बिमारी नही लगती है. बल्की हमसे भाग जाती है.
और मां प्रकृतीने हमे मनुष्य के रूप मे बनाया है, ना की राक्षस के रूप मे बनाया है. तो हमे चिकन, मांस जैसे जानवरोंसे निकले भोजन को क्यू खाना चाहिये? इन्हे प्रकृतीने हमे खाणे के लिये बनाया ही नही है. और दोस्तो जीवन मे बिना किसी बिमारी के जिना है, तो जीवित भोजन ही खाना है.
2. पूर्णतः देणे वाले पदार्थ - Eat Pure WholeSome Food
मां प्रकृतीने हमारे लिये जो भी निर्माण किया है, उसे सोचकर ही निर्माण किया है. बिना किसी उद्देश वह कुछ नही बनाती है. जैसे आम के पेड पर आम ही आते है. खजूर के पेड पर खजूर ही आते है, ना की नारीयल. इसका मतलब प्रकृतीने सोचकर ही, हमारे लिये यह बनाया है. तो हम मनुष्य इन्हे छोडकर इनसे बने फ़ैक्टरी के प्रोडक्ट्स क्यू खाते है? हमे इनसे क्या मिलता है? देखा जाये तो कुछ नही मिलता है. बस शरीर के पाचन शक्ती को तकलिप देणे का काम करते है.
हमे हमेशा डायरेक्ट मां प्रकृतीसे आनेवाला भोजन खाना चाहिये. जैसे कौनसा भी अनाज, फ्रुट्स, सब्जीया. इन्हे हमे जैसे प्रकृतीसे आता है, वैसे ही खाना है. तभी हमे इनके लाभ मिलेंगे.
3. शाकाहारी भोजन - Plant Based Food
हमारे भोजन मे शाकाहारी पदार्थ होना जरुरी है. ऐसा भोजन हमारे पाचन सिस्टमको सूट होता है. और इसीसे हमे असली जीवन मिलता है. और मां प्रकृतीने हमे ऐसा ही भोजन खाणे के लिये बनाया है. ना की मांस खाणे के लिये बनाया है.
आप जानवरों से आनेवाला भोजन खाणे के बजाय फ्रुट्स, सब्जीया, अनाज को पसंद करे. मांस को खाना ही मत. इससे हमे कुछ नही मिलता है. मिलता है तो बस.. बिमारी. दुध के बारे मे अधिकांश लोगोंके मन मे सवाल होंगे. की दुध पिना है, की नही? इसका जवाब देते हुये, मै आपको कहुंगा की, मार्केटवाला दुध पिना ही नही चाहिये. आपको बतादू, WHO के रीपोर्ट के अनुसार भारत मे दुध मे इतनी खतरनाक मिलावट होती है की, जैससे 2025 तक 87% लोगोंको कैंसर होगा. इससे आप सोच सकते है, की मार्केटवाला दुध पिना है की नही.
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घरका दुध पिना हमे कोही ऐतराज नही है. लेकीन जो लोग जीम नही करते है. घर पर ही बैठ के काम करते है, ऐसे लोग दुध पचा नही सकते. उन्हे और तकलिप होगी. लेकीन छोटे बच्चे और एथलेटिक्सको ऐसा दुध पी सकते है. वे आसानी से दुध पचा सकते है.
4. पानी से भरपूर खाना - Water Rich Food
भोजन के दो प्रकार होते है. एक Water Rich Food और दुसरा Water Poor Food. Water Rich Food मे आते है फल और सब्जीया. जैसे टमाटर, संतरा, अंजीर, पपीता ई. और दुसरे प्रकार मे आते है अनाज, जैसे चावल, गेहू, बदाम, चपाती ई.
आपको पता होगा, हमारा शरीर 70% पाणी से भरा हुआ है. और 30% मांस और हड्डीयोंसे बना हुआ है. इसका मतलब हमारे शरीर मे Water Rich Food 70% जाणा चाहिये और Water Poor 30% होना चाहिये. लेकीन हमारा उल्टा होता है. हम लोग Water Rich Food कम खाते है और Water Poor अधिक खाते है. जीससे शरीर को समतोल बनाया रखने मे और पाचन शक्ती को मेंटेन करणे मे रुकावट आती है. जीससे हम बिमार पडते है.
दोस्तो.. उपर दी गई जानकारी सही तरीकेसे जान ले और उसी तरीके से आपकी लाइफ स्टाईल होनी चाहिये. आप देखेंगे की, आपकी बिमारी आपसे दूर भाग रही है. आप अच्छा महसूस कर रहे है. ये जब आप फॉलो करते है, तब आपको एक Diet Plan फॉलो करना है, इससे आप निसंदेह Weight Loss हो, या अन्य कोही बिमारी, जड से गायब कर सकते है. जाणते है वह कोनसा Diet Plan है.
वेट लॉस डाइट प्लान हिंदी में
हेल्दी सुजाव
दोस्तो.. आज Google पर Weight Loss Diet Plan के बारे मे सबसे ज्यादा सर्चेस होते है. इसका मतलब दुनिया मे मोटापा, डायबेटीज, हार्ट अटैक, कैंसर के लोग दिन भर दिन बढते जा रहे है. यह दुनिया के लिये गलत संदेश है. इसे बदलना है, तो अभी से आपके लाइफ स्टाईल को एक नई दिशा दे. उससे निसंदेह आपका जीवन बेहतर होगा.
जितना हो सके फ्रेस और जीवित खाना खाये. शरीर को लंबी आयुतक कायम रखना है, तो यह आहार प्लान सभी के सुटेबल है. इसके अलावा आपका कोही अच्छा आहार प्लान समजते है, और उसका आपके शरीर के लाभ मिलता है, तो उसे भी फॉलो करे, लेकीन ध्यान रखे की खाणे मे पूर्णतः सात्विकता होनी चाहिये. यही खाना मां प्रकृती के हिसाब से आपके लिये, हमारे लिये सही है.