Blood Products के बारे मे WHO की रिपोर्ट क्या कहती है?

SD &  Admin
0

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रक्त उत्पादों (Blood Products) की सुरक्षा, गुणवत्ता और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अनेक दिशा-निर्देश और रणनीतियाँ विकसित की हैं. इनका मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्तर पर सभी रोगियों को सुरक्षित और प्रभावी रक्त उत्पादों तक पहुँच प्रदान करना है. ताकि खून के बिना किसी की जान न जाए.

रक्त उत्पादों बहुत बडा विषय है. इसे विस्तार से जाणना भी बहुत जरुरी है. 

Blood Products के बारे मे WHO की रिपोर्ट क्या कहती है?

Blood Products क्या होते हैं? 

रक्त उत्पादों में संपूर्ण रक्त, रक्त के घटक (जैसे रेड सेल्स, प्लेटलेट्स, प्लाज़्मा) और प्लाज़्मा से प्राप्त औषधीय उत्पाद (PDMPs) शामिल हैं. ये उत्पाद गंभीर बीमारियों जैसे हीमोफीलिया, थैलेसीमिया, कैंसर, और आपातकालीन स्थितियों में जीवन रक्षक होते हैं. WHO के अनुसार, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण रक्त उत्पादों की उपलब्धता हर स्वास्थ्य प्रणाली के लिए आवश्यक है.

रक्त उत्पादों के बारे मे सभी सावधानी से समजे और समाज मे कोही भी इससे वंचित न रहे इसलिये  WHO  के दिशा-निर्देश के बारे मे जाणना भी बहुत जरुरी है.

 
WHO के प्रमुख दिशा-निर्देश - WHO की रणनीति और कार्य

WHO ने 2020–2023 के लिए एक कार्य रूपरेखा तैयार की है, जिसका उद्देश्य सभी देशों में सुरक्षित, प्रभावी और गुणवत्तापूर्ण रक्त उत्पादों तक सार्वभौमिक पहुँच सुनिश्चित करना है. इस रूपरेखा के छह प्रमुख उद्देश्य हैं:

* राष्ट्रीय रक्त प्रणालियों का उचित संरचना और संसाधनों के साथ विकास.

* राष्ट्रीय नियामक नियंत्रण, मानकों और गुणवत्ता मूल्यांकन कार्यक्रमों की स्थापना.

* सभी देशों में प्रभावी और कुशल रक्त सेवाओं का संचालन.

* रोगी रक्त प्रबंधन का प्रभावी कार्यान्वयन.

* सर्वेक्षण, हैमोविजिलेंस और फार्माकोविजिलेंस की प्रभावी प्रणाली.

* वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भागीदारी और जानकारी का आदान-प्रदान.

Blood Products के बारे मे WHO और अन्य सर्च रिपोर्ट के बारे मे जाने  

रक्त प्रसंस्करण और उपयोग

WHO के अनुसार, रक्त को उसके घटकों में विभाजित करके अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है. इस प्रक्रिया से एक यूनिट रक्त से कई रोगियों की आवश्यकता पूरी की जा सकती है. हालांकि, निम्न आय वाले देशों में केवल 38% रक्त को घटकों में विभाजित किया जाता है, जबकि उच्च आय वाले देशों में यह प्रतिशत 96% है.

प्लाज़्मा-व्युत्पन्न औषधीय उत्पाद (PDMPs)

PDMPs जैसे इम्युनोग्लोबुलिन और क्लॉटिंग फैक्टर्स गंभीर बीमारियों के उपचार में आवश्यक हैं. हालांकि, केवल 56 देशों में ही PDMPs का स्थानीय उत्पादन होता है, जबकि 91 देश पूरी तरह से आयात पर निर्भर हैं. WHO सदस्य देशों को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय रक्त और प्लाज़्मा कार्यक्रम स्थापित करने की सिफारिश करता है. 

रक्त का सुरक्षित और तर्कसंगत उपयोग

WHO अनावश्यक और असुरक्षित ट्रांसफ्यूज़न से बचने के लिए रक्त के सुरक्षित और तर्कसंगत उपयोग की सिफारिश करता है. इसमें रोगों की रोकथाम, शीघ्र निदान, और वैकल्पिक उपचार विधियों का उपयोग शामिल है. इसके अलावा, अस्पतालों में ट्रांसफ्यूज़न समितियों और हैमोविजिलेंस प्रणालियों की स्थापना भी आवश्यक है.

गुणवत्ता और सुरक्षा

रक्त उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए WHO गुणवत्ता प्रबंधन प्रणालियों और अच्छे निर्माण अभ्यास (GMP) के कार्यान्वयन की सिफारिश करता है. यह उत्पादों की स्थिरता और संक्रमण के जोखिम को कम करने में सहायक है.

वैश्विक डेटा संग्रह और निगरानी

WHO ने 1998 में वैश्विक रक्त सुरक्षा डेटाबेस (GDBS) की स्थापना की, जिसका उद्देश्य सभी देशों से रक्त और रक्त उत्पादों की सुरक्षा पर डेटा एकत्र करना है. यह डेटा नीति निर्माण और सुधारात्मक कार्रवाई के लिए आधार प्रदान करता है. 


भारत और WHO की सिफारिशें

भारत जैसे देशों के लिए WHO ने कहा है.....

> राष्ट्रीय रक्त नीति लागू करें.

> स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा दें.

> प्लाज़्मा और PDMPs का स्थानीय उत्पादन शुरू करें.

> गुणवत्ता प्रबंधन और निगरानी प्रणाली मजबूत करें.

> अस्पतालों में Patient Blood Management अपनाएँ.


निष्कर्ष

सुरक्षित रक्त, स्वस्थ जीवन

रक्तदान एक महादान है, लेकिन यह तभी असरदार होगा जब हर यूनिट खून की सही जाँच, और सही उपयोग हो.

सभी देशों को मिलकर नीति, जागरूकता और गुणवत्ता पर काम करना होगा, तभी हम वैश्विक स्तर पर खून की कमी को दूर कर पाएँगे.

WHO की रिपोर्टों और दिशा-निर्देशों से स्पष्ट है कि सुरक्षित, प्रभावी और गुणवत्तापूर्ण रक्त उत्पादों की उपलब्धता स्वास्थ्य प्रणाली की मजबूती के लिए आवश्यक है. इसके लिए राष्ट्रीय नीतियों, नियामक ढांचे, गुणवत्ता नियंत्रण, और जागरूकता अभियानों की आवश्यकता है. भारत सहित सभी देशों को WHO के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने रक्त प्रणालियों को सुदृढ़ करना चाहिए.






अन्य ब्लॉग को जरूर पढे

क्या पौधे आपके घर की हवा को शुद्ध कर सकते हैं?

पहली पीढ़ी की GLP-1 दवाएँ मोटापे से संबंधित कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है 

क्या ओकरा ऑटर वाकई सेहतमंद है? - Is Okra Water Actually Healthy?

अमेरिका में Ultra-Processed Foods के कारण 124,000 से अधिक मौतें हो सकती हैं

नियमित चिकन खाने से जीआई कैंसर से मृत्यु का जोखिम अधिक होता है 
International Tea Day 2025 - जाने इस दिन का महत्व



एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!